अभी एक खबर बहुत तेज से चर्चा का विषय बन रहा है कि 2024 के loksabha election के बीच में election commissioner Arun Goel ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
अभी जब लोकसभा चुनावों की तैयारी जोरों शोरों से चल रही है,पूरा देश चुनाव आयोग से चुनाव के तारीखों की घोषणा की उम्मीद कर रहा था तब बीच में ही Arun Goel ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
Election commissioner का यह इस्तीफा सवालों के घेरे में है।पूरा विपक्ष इस मुद्दे पर सरकार को घेर रहा है।
Arun Goel ने इस्तीफा का सीधा सीधा कारण तो अभी तक नहीं बताया है इसलिए सवाल और भी ज्यादा उठ रहे है।
Election commissioner के इस्तीफे देने के संभावित कारण ?
Arun Goel के इस्तीफे का असली कारण यह बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य खराब है परंतु सूत्रों द्वारा यह बताया जा रहा है कि उन्हें स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या इतनी बड़ी तो नहीं है कि इस्तीफा देना पड़े।
यह भी बताया जा रहा है कि सरकार द्वारा उनसे पद पर बने रहने के लिए अनुरोध किया गया परंतु उन्होंने मना कर दिया।हालांकि दोनों बातें कन्फर्म नहीं है पंरतु सचिवालय की टपरियों पर यही बातें हो रही है।
सवालों के घेरे में है सरकार ?
इस पूरे मामले में सरकार पर प्रश्न उठ रहे है।विपक्ष का कहना है कि चुनाव से ऐन पहले यह इस्तीफा लोकतंत्र को अच्छे संकेत नहीं देता।
पहले भी लोकतांत्रिक संस्थाएं लगातार सवालों के घेरे में रही है। ईडी और सीबीआई को लेकर हमेशा से सवाल उठते रहे है।हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के कई फैसले भी सरकार को बैकफुट पर है।
विपक्ष द्वारा सरकार पर लोकतांत्रिक संस्थाओं के दुरुपयोग का आरोप लगाया जा रहा है और इस इस्तीफे के बाद यह आरोप और ज्यादा लग रहे है।
क्यों उठ रहे है सवाल ?
सवाल सरकार पर ज्यादा इसलिए उठ रहे है क्योंकि अब अनुमान लगाया जा रहा था कि इसी सप्ताह 2024 के loksabha election की तारीखों की घोषणा चुनाव आयोग करने वाला है।अभी चुनाव आयोग पूरा एक्शन मोड पर है और इस नाजुक मौके पर यह इस्तीफा अपने आप में सवाल खड़े कर रहा है।
election commissioner Arun Goel कौन है ?
Election commissioner Arun Goel 1985 बेंच के IAS अफसर है। 19 नवंबर 2022 को उन्होंने रिटायरमेंट ले लिया और उसके अगले ही दिन उन्हें election commissioner बना दिया गया।
हालांकि तब भी विपक्ष ने निशाना साधा था और सुप्रीम कोर्ट तक ने टिप्पणी कर दी थी कि इसमें सरकार ने काफी जल्दबाजी की है।
लेकिन Arun Goel सरकार के काफी करीबी रहे है। सरकार ने विवाद होने की संभावना देखते हुए भी इन्हें election commissioner बनाया था।
लगाए जा रहे है कयास
आम जन कयास लगा रहे है कि इस अचानक हुए इस्तीफे के दो प्रमुख कारण हो सकते है –
पहला कयास
पहला किया यह लगाया जा रहा है कि उनकी सरकार से कुछ अनबन हुई है।किसी मुद्दे पर हो सकता है कि वह सरकार से असहमत हो।
या फिर हो सकता है कि सरकार द्वारा किसी चीज को लेकर दबाव बनाया जा रहा था और वो इससे असंतुष्ट होकर इस्तीफा सौंपने के लिए तैयार हो गए।
सरकार ने मनाने की कोशिश की पर वो नहीं माने
दूसरा कयास
लोगों द्वारा दूसरा कयास यह लगाया जा रहा है कि हो सकता है चुनाव के लिए सरकार नया election commissioner चाहती हो।
अपने किसी नए पसंदीदा ब्यूरोक्रेट को यह पद सौंपना चाहती हो।
लोगों द्वारा दो तीन नाम अफवाह में उड़ रहे है पर पूरी पुष्टि तो बाद में ही होगी।
हालांकि सभी को दूसरे कयास में ज्यादा दम दिख रहा है।
Election commissioner का कैसे होता है चुनाव ?
Election commissioner का चुनाव संविधान में दिया गया है।अनुच्छेद 324 में निर्वाचन आयोग संबंधी नियम बताए गए है।
इसके अनुसार भारत का राष्ट्रपति election commissioner की नियुक्ति करेगा।
लेकिन व्यवहारिक तौर पर प्रधानमंत्री,मंत्री और विपक्ष के नेता के बहुमत में ही election commissioner चुना जाता है और राष्ट्रपति अपनी मंजूरी दे देता है।
इससे पहले के election commissioner Rajeev Kumar थे।
आज तक की इस पर खबर – यहां पढ़ें
लोकसभा चुनावों से जुड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें
मैं अशोक चौधरी एक ब्लॉगर, बिजनेसमैन और infotainguys का फाउंडर हूं। यहां तमाम तरह की खबरें आपको मिलेगी तो इसे सब्सक्राइब कर लेवें
😬🫡 hat’s off to u who created this post…..👍
Hat’s off to u who created this post 👍
Support maxtern
Perfect Post!
Good Post